जन सहयोग से 1904 हेक्टेयर वन भूमि में 12.62 लाख पौधे रोपित किए गए

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शिमला, 29 अगस्त। प्रदेश में वन संपदा के संरक्षण और विकास के लिए समर्पित हिमाचल प्रदेश वन विभाग द्वारा हर वर्ष जुलाई माह में मानसून के दौरान राज्य में वन महोत्सव मनाया जाता है। राज्य स्तरीय वन महोत्सव के आयोजन के साथ ही पूरे प्रदेश में वनीकरण के पूर्व निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पौधरोपण कार्य आरंभ कर दिया जाता है।
लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय, वृत स्तरीय व मंडल स्तरीय पौधरोपण कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष 20 जुलाई को राज्य स्तरीय वन महोत्सव मनाया गया। वन विभाग ने इस वर्ष पूरे प्रदेश में 14000 हेक्टेयर वन भूमि पर एक करोड़ 40 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है।
हिमाचल प्रदेश वन विभाग द्वारा पौधरोपण का कार्य विभिन्न राज्य एवं केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं व बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं के माध्यम से किया जाता है। पौधरोपण की सफलता और सुरक्षा के लिए जन-सहभागिता बहुत महत्वपूर्ण हैै। इस वर्ष वन विभाग ने पौधरोपण कार्यों में जन-सहयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक नई पहल करते हुए पंचायत स्तर पर जनता द्वारा चयनित जन प्रतिनिधियों की सबसे सूक्ष्म इकाई वार्ड सदस्यांे को पौधरोपण अभियान में शामिल किया है।
इस पहल के तहत वन विभाग प्रत्येक पंचायत, नगर निकाय, एवं नगर पंचायत वार्ड में प्रत्येक वार्ड सदस्य को 51 स्थानीय प्रजाति के पौधे वितरित किए जा रहे हैं, जो उस क्षेत्र में पाए जाते हैं और आसानी से बढ़ते हैं। इन पौधों को स्थानीय लोगों की सहायता से उपलब्ध वन भूमि, शामलात भूमि या निजी भूमि पर रोपित किया जा रहा है। वन विभाग ने प्रदेश में लगभग 7000 वार्ड सदस्यों को 3,57,000 पौधे रोपित करने के लिए दिए हैं। यह पहली बार हुआ है कि वार्ड सदस्यांे के माध्यम से पौधरोपण कार्य किया जा रहा है। स्थानीय लोग वार्ड सदस्यों के साथ मिलकर पौधरोपण कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। इस प्रकार के जन सहयोगी अभियानों के फलस्वरूप वन विभाग को प्रदेश के हरित वन आवरण की वृद्धि में सफलता मिली रही है।
वन विभाग द्वारा जन सहयोग से 20 जुलाई से अब तक 1904 हेक्टेयर वन भूमि पर 456 स्थानों पर 12,62,622 पौधे रोपित किए जा चुके हैं।
राज्य रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा भी वन विभाग हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर इस वर्ष पूरे प्रदेश में एक लाख पौधे रोपित किए जा रहे हैं। रेडक्रॉस सोसाइटी ने अब तक 73 स्थानों पर 145 हेक्टेयर भूमि पर 95548 पौधे रोपित किए हैं।
इसके अतिरिक्त इस वर्ष आई.टी.बी.पी., एस.एस.बी. के जवान, नाबार्ड एवं अनेक गैर सरकारी संस्थाएं भी वन विभाग के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में पौधरोपण कर रही हैं। इसके अतिरिक्त पौधरोपण को व्यापक स्तर पर ले जाने के लिए वन विभाग द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके माध्यम से समाज के प्रत्येक वर्ग को पौधरोपण कार्यक्रमों से जोड़ा जा रहा है।
स्कूल के विद्यार्थियों में वन पर्यावरण के संरक्षण की भावना जागृत करने के लिए विद्यार्थी वन मित्र योजना के लिए स्कूलों को एक निर्धारित वन क्षेत्र में विद्यार्थियों द्वारा पौधे लगाने व उनकी देख-रेख के लिए आबंटित किया जा रहा है। वनों के प्रबंधन व संरक्षण के लिए सामुदायिक वन संवर्धन योजना, वन समृद्धि जन समृद्धि योजना, एक बूटा बेटी के नाम योजना जैसी अन्य योजनाएं भी शुरू की हैं।
वन विभाग अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। इन्हीं पौधरोपण कार्यक्रमों की सफलता के कारण ही हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्षों में हरित आवरण में वृद्धि दर्ज की गई है।

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