शिमला, 13 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में 10 जुलाई को हुए तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनाव में दो सीटें जीतकर सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। वहीं, एक सीट भाजपा के खाते में आई है। ये तीनों सीटों पर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा देने के वजह उप-चुनाव हुआ था। तीनों के तीनों निर्दलीय विधायक भाजपा के चुनाव चिन्ह पर फिर से चुनाव मैदान में थे। जनता ने जिसमें से दो को बड़े अंतर से हराकर घर पर बैठा दिया और एक जो जीता वो भी ज्यादा बड़े अंतर से नहीं जीत पाया।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के साथ हुए उप-चुनावों में भी जनता ने कांग्रेस के छह बागी विधायकों में से भी चार को घर का रास्ता दिखाया था। जबकि दो कम अंतर से जीत कर दोबारा विधायक बनने में कामयाब हो गए थे। इन छहों बागी विधायकों की सदस्यता चली गई थी। छहों के छहों भाजपा में शामिल हो गए थे और उसके चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़े थे। इन बागी विधायकों के वजह से राज्य में कांग्रेस सरकार पर अनिश्चिता के बादल छा गए थे। जो अब पूरी तरह से छंट चुके हैं। कांग्रेस ने उप-चुनावों में जनता के बीच भाजपा के धनबल की राजनीति को पूरे जोर-शोर से उठाया था। वहीं, भाजपा लगातार सरकार पर नाकाम होने का आरोप मढ़ती रही।
हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी दी कि प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनावों में दो पर इंडियन नेशनल कांग्रेस (कांग्रेस) व एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की।
देहरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के होशियार सिंह को 9399 मतों से पराजित किया, जबकि हमीरपुर में भाजपा के आशीष शर्मा ने कांग्रेस के डॉ. पुष्पिंदर वर्मा को 1571 वोटों से पराजित किया।
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस उम्मीदवार हरदीप सिंह बावा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के के.एल. ठाकुर को 8990 मतों से पराजित किया।
विधानसभा क्षेत्र देहरा
कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस की कमलेश ठाकुर को 32737, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के होशियार सिंह को 23338 और निर्दलीय प्रत्याशी सुलेखा देवी को 171, अरूण अंकेश स्याल को 67 तथा एडवोकेट संजय शर्मा को 43 मत प्राप्त हुए, जबकि 150 ने नोटा को चुना।
मालूम हो कि कमलेश ठाकुर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू की धर्मपत्नी है। वहीं, होशियार सिंह देहरा से लगातार दो बार विधायक चुने गए थे। विधानसभा कार्यकाल के बीच में ही उन्हें इस्तीफा देना महंगा पड़ा और वे फिर से चुनकर विधानसभा में नहीं पहुंच पाए। अगर उन्होंने अन्य निर्दलीय विधायकों के साथ इस्तीफा नहीं दिया होता तो उनका कार्यकाल साढ़े साल के लगभग बचा था।
विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के आशीष शर्मा को 27041, इंडियन नेशनल कांग्रेस के डॉ. पुष्पिंदर वर्मा को 25470 और निर्दलीय प्रत्याशी नंदलाल शर्मा को 74 मत प्राप्त हुए, जबकि 198 ने नोटा को चुना।
विधानसभा क्षेत्र नालागढ़
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा को 34608, भाजपा के.एल. ठाकुर को 25618, निर्दलीय प्रत्याशी हरप्रीत सिंह सैनी को 13025, स्वाभिमान पार्टी के किशोरी लाल शर्मा को 492 और निर्दलीय प्रत्याशी विजय सिंह को 353 मत प्राप्त हुए जबकि 446 ने नोटा को चुना।