शिमला, 3 अप्रैल। मुख्य संसदीय सचिव, बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा सुंदर सिंह ठाकुर ने आज यहां मंडी जिले में स्थित 100 मेगावाट क्षमता की ऊहल चरण-तीन जल विद्युत परियोजना की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को परियोजना कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित कर, वर्ष 2024 तक शेष कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को वर्ष 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जल विद्युत और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ऊहल चरण-तीन परियोजना कार्य को समयबद्ध पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि परियोजना में गुणवत्तापूर्ण स्टील का उपयोग कर टनल का निर्माण कार्य सुनिश्चित किया जा रहा है। परियोजना में टनल निर्माण के लिए उड़ीसा के राउकेला से प्लेट्स आ रही हैं और इस कार्य के लिए टेंडर अवार्ड किए जा चुके हैं।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि उन्होंने हाल ही में निर्माणाधीन पन विद्युत परियोजना स्थल का दौरा कर, टनल के निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया है। उन्होंने फील्ड स्टाफ से विकास कार्यों की जानकारी हासिल कर, उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए गए।
अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड रामसुभग सिंह, सचिव बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा राजीव शर्मा, प्रबंध निदेशक, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, पंकज डडवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।