रिकांगपिओ, 4 जून। कोविड महामारी के दौरान जनजातीय जिले किन्नौर के गरीब व निर्धन परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना। योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे परिवारों को सरकार द्वारा निःशुल्क गेंहू और चावल वितरित किया जा रहा है, ताकि इन परिवारों के रोजी-रोटी की व्यवस्था की जा सके।
सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवार के प्रत्येक सदस्य को मई व जून माह में 3 किलो गंदम व 2 किलो चावल निःशुल्क वितरित किया जा रहा है। जिले में मई माह का यह राशन सभी परिवारों को वितरित कर दिया गया है, जबकि जून माह का राशन इन दिनों दिया जा रहा है।
उपायुक्त हेमराज बैरवा का कहना है कि जिले में वर्तमान में बीपीएल के 6032 कार्ड धारक हैं, जिनमें कुल सदस्यों की संख्या 20,493 है। इस प्रकार जिले के ऐसे 20,493 व्यक्ति प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से निःशुल्क चावल और गेंहू वितरित किया गया था। इसके अलावा आत्म निर्भर भारत योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को भी निःशुल्क राशन दिया गया था।
जिले के कोठी गांव के हरनाम सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा मई माह में उन्हें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निःशुल्क राशन प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के 5 सदस्य हैं और उन्हें मई माह में 10 किलो चावल व 15 किलो गंदम निःशुल्क मिला है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश व केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि संकट के समय इस प्रकार की योजना आरंभ करना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गत वर्ष इसी प्रकार गरीब परिवारों को निःशुल्क राशन प्रदान किया गया था।
इसी प्रकार जंगमो देवी ने भी सरकार द्वारा इस संकट की घड़ी में निःशुल्क राशन उपलब्ध करवाने के लिए आभार व्यक्त किया है तथा कहा कि महामारी के इस समय में सरकार द्वारा इस तरह की राहत प्रदान करना गरीब परिवारों के लिए बहुत बड़ा सहारा है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का भी आभार व्यक्त किया।