शिमला, 10 मार्च। हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग ने राज्य के लोगों और पर्यटकों से वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने आज यहां बताया कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रतिवर्ष सैंकड़ों लोगों की मृत्यु होती है और हजारों लोग घायल हो जाते हैं। इसका सामाजिक परिवेश के साथ-साथ आर्थिक व्यवस्था पर भी कुप्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 21.27 लाख वाहन पंजीकृत हैं जिनमें से नौ लाख से अधिक दो पहिया वाहन है। अधिकांश दो पहिया वाहनों का उपयोग युवाओं द्वारा किया जाता है। तेज रफ्तार और हेलमेट का प्रयोग नहीं करनेे से सड़क दुर्घटना व गंभीर चोटों का जोखिम और भी बढ़ जाता है।
उन्होंने लोगों से वाहन चलाते समय सीमित गति, हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग करने के साथ-साथ मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाना एक दंडनीय अपराध है और नशा सेवन के उपरांत वाहन चलाने से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
उन्होंने लोगों से समय-समय पर वाहन की जांच करवाने, वाहन चलाते समय संयमित व्यवहार करने, स्कूलों के आसपास बहुत धीमी गति में वाहन चलाने, ओवरटेक से बचने और सभी यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया।
परिवहन निदेशक ने कहा कि कुछ लोग वाहनों में सफर के दौरान सनरूफ से बाहर निकलते हैं यह भी यातायात नियमों के खिलाफ है और सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा लोगों को यातायात नियमों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि यातायात नियमों का पालन करने से न केवल अपनी बल्कि अन्य लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।