शिमला, 22 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह, नीरज नय्यर और चंद्रशेखर ने पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और अन्य भाजपा नेताओं पर पूर्व भाजपा सरकार द्वारा बिना बजट प्रावधान के अपने कार्यकाल के अंत में खोले गए कुछ संस्थानों को बंद करने के वर्तमान राज्य सरकार के फैसले पर अनावश्यक हो हल्ला मचाने का आरोप लगाया है।
आज यहां जारी एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य में विक्रमादित्य सिंह, नीरज नय्यर और चंद्रशेखर ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हाल ही में संपन्न आम विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के सदमे से भाजपा नेता बाहर नहीं आ पाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण और हर क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने राज्य में कांग्रेस को भारी जनादेश दिया है और सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है।
इन विधायकों ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम कुछ महीनों में आम विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य में संस्थान खोलने की घोषणाएं की थीं। उन्होंने कहा कि इन सभी संस्थानों को बिना किसी बजटीय प्रावधान के खोला गया और इन्हें संचालित करने के लिए एक भी पद सृजित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि इन क्षेत्रों के लोगों को गुमराह करने के लिए ही अन्य संस्थानों और कार्यालयों के कर्मचारियों को इन नए खोले गए संस्थानों में नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि लगभग सभी संस्थान राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए खोले गए और इन संस्थानों को खोलने के लिए निर्धारित मापदंडों को भी पूरा नहीं किया गया था।
उन्होंने कहा कि इससे न केवल, पहले से मौजूद कार्यालयों और संस्थानों के कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, बल्कि नए खुले संस्थानों का कामकाज भी ठीक से नहीं हो पा रहा था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार द्वारा इन नए खोले गए संस्थानों के संबंध में विभागीय आवश्यकताओं पर भी विचार किया और यह पाया कि ये न केवल अव्यवहार्य थे, बल्कि इनसे पहले से क्रियाशील संस्थानों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा था। उन्होंने कहा कि फिर भी राज्य सरकार आवश्यकतानुसार मामलों की समीक्षा करेगी और जहां आवश्यक होगा इन संस्थानों को फिर से खोला जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह, नीरज नय्यर और चंद्रशेखर ने पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को याद दिलाया कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने भी अपने से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के अंतिम छह माह के सभी फैसलों की समीक्षा की थी और कई संस्थानों को बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रतिशोध और बदले की भावना की राजनीति में विश्वास नहीं रखती है, जबकि पिछली भाजपा सरकार ने राजनीतिक दुर्भावना से ही फैसले लिए थे।
इन विधायकों ने भाजपा नेताओं को धैर्य रखने और राज्य के लोगों द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली वर्तमान राज्य सरकार पर पूरा विश्वास व्यक्त किया है और सरकार उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करेगी।
चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएंः मुकेश अग्निहोत्री