- जमीन नहीं दोगे तो निवेश और उद्योग कहां लगेंगे?
- डीडी उत्तराखंड पर दिया विकास को लेकर इंटरव्यू
अपने त्रिवेंद्र चचा का कहना है कि भू-कानून का विरोध करने वाले लोग पहाड़ के दुश्मन हैं। इनको पता ही नहीं है कि भू-कानून क्या है। यदि जमीन नहीं दोगे तो उद्योग कहां लगेंगे? उनके अनुसार भू-कानून का विरोध करने वाले लोग विकास का माॅडल तो लेकर आएं। यदि इस कानून में कोई दिक्कत है तो संशोधन हो सकता है लेकिन पहले विकास का माॅडल लेके आएं। चेंज्ड आफ लैंड यूज्ड से उद्योग धंधे लगाने में आसानी होगी। पलायन और बेरोजगारी की समस्या का समाधान होगा।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]